सीतापुर, सितम्बर 6 -- महमूदाबाद, संवाददाता। शास्त्रों में गुरु को ब्रह्मा, विष्णु व महेश से भी ऊपर परब्रह्म के रूप में माना गया है। विद्यार्थी देश के भविष्य होते हैं और इस भविष्य का निर्माण करने वाला शिक्षक ही होता है। विद्यार्थियों को नैतिक, सामाजिक और आध्यात्मिक रूप से गढ़ने में शिक्षक की भूमिका एक शिल्पकार की तरह होती है। यह बातें सीता ग्रुप ऑफ एजूकेशन में शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह में वित्तविहीन शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष पंकज पांडेय ने कहीं। उन्होंने कहा कि शिक्षक का कर्तव्य विद्यार्थियों को केवल शिक्षित करना ही नहीं अपितु उन्हें संस्कारी बनाना है। कार्यक्रमाध्यक्ष के रूप राजकीय इंटर कालेज सीतापुर के प्रधानाचार्य अशोक वर्मा ने कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों को केवल पुस्तकीय ज्ञान ही नहीं प्रदान करता बल्कि उनमें नैतिकता, क...