मुंगेर, सितम्बर 10 -- मुंगेर, हिन्दुस्तान संवाददाता। पादुका दर्शन संन्यास पीठ में चल रहे श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ का दूसरा दिन भी श्रद्धालुओं की भक्ति, उत्साह और आध्यात्मिक ज्ञान से सराबोर रहा। इस पावन आयोजन के प्रवोधक स्वामी निरंजनानंद सरस्वती ने सत्संग के माध्यम से सृष्टि के गूढ़ रहस्यों को समझाया। स्वामी जी ने बताया कि इस सृष्टि के दो मूल तत्व हैं चेतना और ऊर्जा। इन्हें पुरुष-प्रकृति, शिव-शक्ति, नारायण-लक्ष्मी के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने कहा, जिस प्रकार बिजली के संचालित होने के लिए दो तार पाज़िटिव और निगेटिव की आवश्यकता होती है, उसी प्रकार हर प्राणी, पदार्थ और क्रिया में चेतना और ऊर्जा का संयोग विद्यमान रहता है। स्वामी निरंजनानंद सरस्वती ने ब्रह्माण्डीय स्तर पर ऊर्जा को तीन प्रमुख शक्तियों में विभाजित किया- ज्ञान शक्ति (सरस्...