नई दिल्ली, अगस्त 22 -- हर साल लाखों भारतीय युवा वर्दी पहनने और देश की सेवा करने का सपना देखते हैं। यह सम्मान, साहस और अद्वितीय समर्पण का सपना है। ऐसे ही दून डिफेंस ड्रीमर्स की गौरवशाली छात्रा, मालविका मरोलिया ने दृढ़ संकल्प, कड़ी मेहनत और उस सही मार्गदर्शन से अपने सपने को साकार कर सफलता की प्रेरणादायक कहानी गढ़ी है, जिन्हें 4 AFSB, वाराणसी से 'Recommended' किया गया है।एक अटूट सपने की चिंगारी राजस्थान के चुरू की रहने वालीं मालविका हमेशा से भारतीय सशस्त्र बलों में सेवारत महिलाओं से प्रेरित थीं। उनकी बहादुरी, प्रतिबद्धता और समर्पण ने उनके अंदर भी वही जज्बा जगाया। अपने जीवन को देश के लिए समर्पित करने की चाह केवल एक क्षणिक विचार नहीं था, यह उनके जीवन का एकमात्र मिशन बन गया। उनका समर्पण उनकी पढ़ाई में स्पष्ट रूप से दिखाई दिया, जहां उन्होंने अपन...