गोंडा, दिसम्बर 29 -- गोण्डा, संवाददाता। बिजली उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए करीब महीने भर से चल रही राहत योजना के पहले चरण के अंतिम दो दिन विभाग के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण रहने वाले हैं। प्रथम चरण में अधिक से अधिक उपभोक्ताओं को सहूलियतें दिलाने और पंजीकरण की कवायद तेज कर दी गई है। मंडल में बिजली बकाए की राशि करीब 1600 करोड़ रुपये तक है। विभाग का साफ संदेश है कि बकाया वसूली के बिना व्यवस्था को पटरी पर लाना मुश्किल है। इसी कारण राहत योजना को अवसर के रूप में पेश किया जा रहा है, ताकि उपभोक्ता आसान किस्तों, सरचार्ज में छूट और प्रक्रियागत सहूलियतों के जरिए बकाया जमा कर सकें। इसमें अभियंताओं से लेकर कर्मियों व बिजली सखी और सीएससी को लगाया गया है। कार्पोरेशन के मुख्य अभियंता यदुनाथ यथार्थ का कहना है कि इन दो दिनों में अच्छी भागीदारी मिलती है तो आगे ...