सीवान, अक्टूबर 12 -- सीवान, हिन्दुस्तान संवाददाता। विधानसभा व लोकसभा चुनाव के दौरान विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी कॉलेजों के प्राध्यापकों की ड्यूटी लगाई जाती है। इसी क्रम में इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में विश्वविद्यालय व कॉलेज के प्राध्यापकों की चुनाव ड्यूटी पीठासीन पदाधिकारी व माइक्रो ऑब्जर्वर के रूप में लगाई गई है। जबकिपूर्व के चुनावों में प्रोफेसर्स की ड्यूटी पीसीसीपी या काउंटिंग सुपरवाइजर के रूप में लगाई जाती रही है। चुनाव ड्यूटी आवंटित करने के संदर्भ में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को प्रेषित पत्र में कहा गया है कि चुनावी दायित्व आवंटन के संदर्भ में रैंक, वरियता व वेतनमान का ख्याल रखा जाए। कॉलेज टीचिंग स्टाफ समेत ग्रुप ए सेवा के अधिकारियों को पोलिंग ड्यूटी किसी स्पेसिफिक कारण के बिना नहीं लगाने का न...