नई दिल्ली, दिसम्बर 11 -- बिहार में चारा घोटाले की तर्ज पर चीनी घोटाला मामले में 36 साल बाद फैसला आया है। कोर्ट ने 6 अभियुक्तों को दोषी करार दिया है। 18 दिसम्बर को सजा का ऐलान होगा। फर्जी फर्म के नाम पर चीनी बिक्री की गई थी जिसमें बाईक, स्कूटर और सरकार ट्रक पर चीनी की ढुलाई दिखाई गयी है। विशेष निगरानी कोर्ट में मामला चल रहा है। मुख्यमंत्री के आदेश पर मामले की निगरानी जांच कराई गयी थी। इस 36 साल पुराने मामले में तत्कालीन प्रशासन प्रमुख नंद कुमार सिंह सहित छह को विशेष न्यायालय (निगरानी) ने दोषी करार दिया है। मामला पश्चिमी चंपारण के लौरिया चीनी मिल से फर्जीवाड़ा कर 997 बोरी चीनी बेचने का है। दोषी करार लोगों में बिहार स्टेट शुगर कॉरपोरेशन लिमिटेड की लौरिया इकाई के तत्कालीन प्रशासन प्रमुख नंद कुमार, तत्कालीन उपप्रबंधक उमेश प्रसाद सिंह, लिपिक सु...