नई दिल्ली, दिसम्बर 23 -- चाणक्य नीति जीवन के हर पहलू पर व्यावहारिक और गहरी शिक्षा देती है। आचार्य चाणक्य कहते हैं कि कुछ लोगों को सताना या दुख देना सबसे बड़ा पाप है। ऐसा करने से व्यक्ति का अपना जीवन बर्बाद हो जाता है। कर्म फल का नियम बहुत कठोर है - जो दूसरों को कष्ट देता है, उसे कई गुना कष्ट भोगना पड़ता है। चाणक्य नीति में ऐसे 5 लोगों का उल्लेख है, जिन्हें सताने से अशुभ परिणाम मिलता है और जीवन नर्क बन जाता है। ये लोग समाज के कमजोर या पुण्यवान वर्ग हैं। इनसे दुर्व्यवहार करने से धन, स्वास्थ्य, सम्मान और सुख सब खो जाता है। आइए जानते हैं इन 5 लोगों के बारे में।गरीब और असहाय व्यक्ति आचार्य चाणक्य कहते हैं - 'गरीब को सताने वाला कभी सुखी नहीं रहता।' गरीब या असहाय व्यक्ति को दुख देना, उसका हक मारना या अपमान करना सबसे बड़ा अधर्म है। ऐसा करने से व्...
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