चमोली, दिसम्बर 22 -- जंगलों में लगने वाली आग से वनों को बचाने के लिए वन प्रबंधन योजना के तहत चमोली जिले में तीन फायर लाइनें बनाई जाएंगी। इसके लिए गोपेश्वर, गैरसैंण और गौचर वन रेंज में कुल 5,148 पेड़ों को काटने की अनुमति दी गई है। इनमें अधिकांश पेड़ चीड़ प्रजाति के हैं, जबकि कुछ पेड़ बांज और अन्य प्रजातियों के भी हो सकते हैं। उल्लेखनीय है कि फायर सीजन के दौरान चमोली जिले में सबसे अधिक वनाग्नि की घटनाएं चीड़ के जंगलों में दर्ज की गई हैं। पिछले 7-8 वर्षों के आंकड़ों के अनुसार, जिले में आग की अधिकांश घटनाएं इन्हीं क्षेत्रों में हुई हैं। केदारनाथ वन विभाग और बदरीनाथ वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी सर्वेश कुमार दूबे ने बताया कि फायर लाइन निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट की अनुमति अनिवार्य होती है। अनुमति मिलने के बाद ही गोपेश्वर, गौचर और गैरसैंण रे...