टिहरी, अगस्त 17 -- प्रसिद्ध विद्वान व समाज सेवी स्व आचार्य चक्रधर जोशी को उनकी 45 वीं पुण्य तिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी। इस मौके पर उनके द्वारा 1946 में स्थापित नक्षत्र वेधशाला में संग्रहित महत्वपूर्ण धरोहरों को संरक्षित किये जाने का आग्रह भी सरकार से किया गया। वहीं केंद्र सरकार की ज्ञान भारतम् योजना में यहां की प्राचीन पांडुलिपियों को पूरी सुरक्षा दिये जाने को कहा गया। स्व आचार्य जोशी ने गढ़वाल क्षेत्र के अनेक प्राचीन शिलालेखों को सबसे पहले सामने लाया था। वहीं ज्योतिष, आयुर्वेद, वास्तु, रसायन तंत्र, मंत्र आदि की दुर्लभ पांडुलिपियों को पूरे देश से संग्रहित किया गया था। खगोलविद् के रूप में उनके द्वारा अनेक विदेशी टेलीस्कोपों व भारतीय समय मापक यंत्रों का भी वेधशाला में संग्रह किया गया। देवप्रयाग महाविद्यालय सहित अनेक संस्थाओं का उन्ह...