चंदौली, सितम्बर 8 -- चकिया। नगर के आदित्य पुस्तकालय में रविवार को चंद्रप्रभा साहित्यिक मंच की तरफ से पूर्व नियोजित विषय 'चकिया की चमक' पर मासिक काव्य गोष्ठी हुई। इसका शुभारंभ कवि अलियार प्रधान ने वाणी वंदना से काव्य पाठ कर किया। इस दौरान संस्था के अध्यक्ष बेचई सिंह मालिक ने 'चकिया की चमक से चहुंओर चारु चांद चमकता है' सुनाया। कवि राजेंद्र प्रसाद गुप्ता बावरा ने 'उठ बढे संबल दे उनको जिन्हें जीवन भार हुआ है', शिवदास अनपढ़ ने 'अब हिंदी हिंदुस्तान कहां बा, बंधु पाल बंधु ने 'प्रकृति छटा की अनुपम उपहार है चकिया' सुनाकर लोगों को आनंदित किया। कवि प्रदीप पाठक एडवोकेट ने 'चकिया की चमक का चहुंओर ढिंढोरा कहते इसीलिए है इसे धान कटोरा' सुनाकर धान के कटोरे की महत्ता बताया। कवि मनोज द्विवेदी मधुर ने 'कैसे हम कहते हैं कि लोग औकात तोलते हैं' राजेंद्र प्रसाद...