प्रयागराज, जून 2 -- पूर्व सैनिकों ने सेना शिक्षा कोर का 105वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। सिविल लाइंस स्थित एक रेस्तरां में रविवार को आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत 'जहां निर्भय चित और मस्तक ऊंचा ज्ञान हो बाधा हीन... से हुई। दीप प्रज्जवलन के साथ शुरू हुए कार्यक्रम में सबसे पहले ऑपरेशन सिंदूर में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद कार्यक्रम में पूर्व सैनिकों की ओर से गीत, कविता पाठ हुआ। लोगों के चुटकुले सुनने के बाद हॉल तालियों से गूंज उठा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्याम सुंदर सिंह पटेल ने कहा कि शिक्षा मानुषी श्रृंगार है। शिक्षा बिना मनुष्य का जीवन अधूरा है, जैसा कि वर्णित है गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागू पाय, बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो बताय। मुख्य अतिथि ने कहा कि इस तरह से शिक्षा और शिक्षक का जीवन में बहुत बड़ा स्थान होता ...