संभल, दिसम्बर 28 -- लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदाता सूची का शुद्ध होना बेहद आवश्यक है। इसी कड़ी में ग्राम पंचायतों की मतदाता सूची पर आपत्ति दर्ज कराने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर निर्धारित की गई है। लेकिन कई गांवों में मतदाता सूची के सार्वजनिक प्रदर्शन में लापरवाही सामने आने से मतदाताओं को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों से शिकायतें मिल रही हैं कि बीएलओ द्वारा मतदाता सूची पंचायत भवन या अन्य सार्वजनिक स्थलों पर चस्पा नहीं की गई। इसके चलते मतदाताओं को यह पता ही नहीं चल पा रहा है कि उनका नाम सूची में दर्ज है या नहीं। हैरानी की बात यह है कि कई ऐसे मतदाताओं के नाम गायब मिले हैं। जिन्होंने पिछले पंचायत चुनाव में मतदान किया था। कुछ गांवों में बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम सूची से हटने के कारण लोगों में चिंता और नाराजगी देखी जा...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.