नई दिल्ली, अगस्त 24 -- नई दिल्ली, कार्यालय संवाददाता। राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने आईआईटी रुड़की के एक अध्ययन पर स्वतः संज्ञान लेते हुए कार्रवाई शुरू की है। इस अध्ययन में पाया गया है कि गंगा की गर्मियों में बहने वाली धारा का मुख्य स्रोत ग्लेशियर का पानी नहीं, बल्कि भूजल है। अध्ययन के अनुसार, गंगा और उसकी सहायक नदियों के जल के समस्थानिक (आइसोटोप) विश्लेषण से पता चला कि मैदानों में प्रवेश करने के बाद ग्लेशियर पिघलने का गंगा प्रवाह में योगदान बहुत कम हो जाता है। इसके बजाय भूजल गंगा की धारा को लगभग 120 प्रतिशत तक बढ़ाता है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि गर्मियों में करीब 58 प्रतिशत पानी वाष्पीकरण के कारण खो जाता है। अध्ययन में सुझाव दिया गया है कि 'नमामि गंगे और 'जल शक्ति अभियान जैसी योजनाओं में भूजल पुनर्भरण, आर्द्रभूमि संरक्षण और स...
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