पूर्णिया, सितम्बर 2 -- कसबा, एक संवाददाता। कसबा का ऐतिहासिक गणपति महोत्सव इन दिनों सांस्कृतिक रंगों में डूबा हुआ है। जहां पुराने मेले धीरे-धीरे अपना अस्तित्व खो चुके हैं, वहीं पिछले 30 वर्षों से गणपति महोत्सव पर लगने वाला चौदह दिवसीय मेला कसबा बाजार की रौनक बनाए हुए है। हर संध्या आयोजित होने वाले पौराणिक नृत्य और सांस्कृतिक कार्यक्रम लोगों को देर रात तक बांधे रखते हैं। मेले में मीना बाजार, बच्चों के लिए छोटे-बड़े झूले, जम्पूरी और शृंगार प्रसाधन की दुकानें विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। कसबा बाजार हर शाम लोगों की भीड़ से गुलजार रहती है। संध्या समय राकेश कुमार उर्फ लड्डू के पिता स्वर्गीय सुधीर चंद्र साह की स्मृति में राजा हरिश्चंद्र लोक गाथा और पौराणिक नाटक का मंचन किया गया। सुधीर मंच का विधिवत उद्घाटन भाजपा नेता रेणु देवी, संजय कुमार,...