हरिद्वार, अगस्त 28 -- हरिद्वार। मातृ सदन के संस्थापक स्वामी शिवानंद ने कहा कि हाईकोर्ट ने गंगा और यमुना को जीवित इकाई का दर्ज दिया था लेकिन 2017 से यह आदेश सुप्रीम कोर्ट की रोक के चलते अटका हुआ है। किसी मामले को अनिश्चितकाल तक लंबित नहीं रखा जा सकता। इसलिए अब मातृसदन इस रोक को हटवाने और इस मामले को आगे बढ़ाने की दिशा में कार्य करेगा। इस उद्देश्य से 7 व 8 सितम्बर को एक विशेष राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की जाएगी। इसमें इस विषय पर गहन चर्चा होगी।

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