चंदौली, अगस्त 28 -- धानापुर, हिन्दुस्तान संवाद। गंगा में आई बाढ़ की दुश्वारियां अभी कम भी नहीं हुई थीं कि दोबारा गंगा का पानी किनारा छोड़ अब धीरे धीरे खेतों की ओर बढ़ने लगा है। तटीय इलाके में रोपी गई धान की फसल नष्ट होने के बाद किसानों ने जो धान रोपा था, अब उसके भी बाढ़ में खराब हो जाने की आशंका बढ़ रही है। वहीं गंगा के जलस्तर में हो रही लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए प्रशासन ने नगवां मेढवा-चोचकपुर, जिगना, अमादपुर, गुरैनी आदि घाटों से नावों के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने भी घाटों से नावों के संचालन की शिकायत मिलने पर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। संचालन बंद होने से इलाके के लोगों को लंबा चक्कर लगाकर अपने गंतव्य को जाना होगा। वहीं बाढ़ के घटने के बाद अब एक बार फिर गंगा ने रौद्र रूप धारण ...