फर्रुखाबाद कन्नौज, दिसम्बर 22 -- फर्रुखाबाद, संवाददाता। आजादनगर वनपोई की पहचान कभी खूंखार बावरिया गिरोह के गांव के रूप में होती थी। दशकों तक बावरिया गिरोह का न सिर्फ अपने प्रदेश में बल्कि दूसरे राज्यों में भी खौफ रहा। बावरिया गिरोह के सदस्यों में आपसी फूट पड़ी कि बदमाश अपने अपने तरीके से टुकड़ों में बंटकर वारदात करने लगे और आज बदमाशों की शरण स्थली रहे आजाद नगर वनपोई लगभग उजड़ सा गया है। इसी गांव के सुनील ने बुलंदशहर में 9 साल पहले बुलंदशहर जिले के हाईवे पर जिस दुस्साहस के साथ मां बेटी के साथ दुष्कर्म किया था उसके बाद बावरिया फिर से चर्चा में आ गए थे। अब जब सुनील क ो चर्चित बुलंदशहर हाईवे गैंगरेप में सजा हुयी तो ऐसे में बावरियों को लेकर फिर से चर्चायें शुरू हो गयी हैं। मोहम्मदाबाद कोतवाली के गोसरपुर मार्ग के किनारे दो दशक पहले बहेलियों ने आजा...