कौशाम्बी, जून 18 -- बेटे को दुराचार के झूठे मुकदमे में जेल भेजे जाने से दुखी होकर खुदकुशी करने वाले लोंहदा निवासी रामबाबू तिवारी का मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच तेरहवीं संस्कार हुआ। इस दौरान सपा के प्रदेश अध्यक्ष व जिलाध्यक्ष को पुलिस ने गांव जाने से रोकते हुए नजरबंद कर दिया। पार्टी की चायल विधायक को रास्ते से ही लौटा दिया गया। अन्य कई नेता भी पुलिसिया सख्ती के कारण गांव नहीं पहुंच सके। नेताओं को कथित दुष्कर्म पीड़िता के परिवार से मुलाकात करने के लिए जाना था। इस दौरान दोनों पक्षों में टकराव की आशंका को देखते हुए पुलिस चौकन्ना रही। सैनी इलाके के लोंहदा गांव निवासी धन्नू उर्फ सिद्धार्थ तिवारी पर 28 मई को पड़ोसी ने अपनी आठ साल की बेटी से दुराचार करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने उसी रोज मुकदमा दर्ज कर दूसरे दिन उसका चालान कर दिया था। हालांकि...