दिल्ली, जून 7 -- क्या गौरैया की आवाज किसी को इतना तंग कर सकती है कि उसकी सेहत पर असर पड़ने लगे? क्या पंछियों की आवाज से किसी की शांति में इस कदर खलल पड़ सकता है कि मामला अदालत में चला जाए? फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी में ऐसा ही कुछ हुआ.फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी में एक शख्स को गौरैया के एक झुंड की आवाज से बहुत दिक्कत हो रही थी.मामला अदालत पहुंचा.कोर्ट ने उस शख्स की आपत्ति को खारिज करते हुए कहा कि गौरैया की आवाज से लोगों की सेहत को कोई खतरा नहीं है."हेलसिंकी टाइम्स" ने अपनी एक रिपोर्ट में इस घटना का ब्योरा कुछ यूं बताया कि एक रिहायशी इलाके में एक घर के पास गौरैयों का एक झुंड रहता है.पड़ोस में रहने वाले एक शख्स को उनकी चहचहाहट से दिक्कत थी.उसने स्थानीय प्रशासन से इसकी शिकायत की. शिकायतकर्ता ने कहा कि गौरैया हानिकारक जीव है और उनकी आवाज तना...