नई दिल्ली, दिसम्बर 29 -- असम में एक कार्यक्रम में बोलते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने भारत रत्न गोपीनाथ को याद किया। अमित शाह ने कहा कि अगर गोपीनाथ नहीं होते तो आज असम तो क्या पूरा नॉर्थईस्ट ही भारत का हिस्सा नहीं होता। उन्होंने आगे कहा कि गोपीनाथ ने ही जवाहरलाल नेहरू को बाध्य किया कि आसाम को भारत का हिस्सा बनाया जाए। आइए जानते हैं आखिर कौन थे गोपीनाथ जिनका जिक्र अमित शाह ने किया। कौन थे गोपीनाथ बोरदोलोईगोपीनाथ का पूरा नाम था, गोपीनाथ बोरदोलोई। उनकी एक पहचान असम के पहले मुख्यमंत्री के रूप में भी है। लेकिन इससे भी कहीं बढ़कर वह एक विजनरी थे, जिन्होंने असम की आधुनिक पहचान की नींव रखी। उनका जन्म असम के राहा में हुआ था। मात्र 12 साल की उम्र में उन्होंने अपनी मां को खो दिया। गोपीनाथ ने कानून की पढ़ाई की थी। हालांकि बाद में उनका रुख राजनीति की तरफ ...