सुपौल, अक्टूबर 11 -- छातापुर, एक प्रतिनिधि। प्रखंड क्षेत्र में प्रवाहित व शोक की नदी कहाने वाली सुरसर सहित सभी नदियां, नहर व नाले शुक्रवार को भी उफान पर रही। नतीजतन अधिकांश इलाके में बाढ जैसे हालात बने हुए हैं हजारों एकड़ में लगी धान की फसल पानी से घिरा हुआ है। प्रमुख फसल की बर्बादी देख किसान चिंतित होकर माथा पीट रहे हैं। जलमग्न फसल की बर्बादी देख किसानों के बीच अब मुआवजे की मांग जोर पकड़ने लगी है। वहीं पशुपालक पशुचारे के लिए व्याकुल नजर आ रहे हैं। इधर दर्जन भर पक्की व कच्ची ग्रामीण सडकें क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद लोगों के समक्ष आवागमन की समस्या उत्पन्न हो गई है। जोड़ी पीपर स्थित प्रमुख कच्ची सडक भी गुरुवार की देररात पानी के दबाब में ध्वस्त हो गया। ग्रामीणों के अनुसार इलाके वासियों के लिए यह सड़क आवागमन के लिहाज से महत्वपूर्ण है। सड़क ध्...
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