गंगापार, जून 19 -- बरसात के पूर्व कोरांव के आधा दर्जन नालों के साफ न होने पर जल भराव के साथ-साथ नारकीय स्थिति बनने से नहीं रोका जा सकता है। पिछले वर्षों ये नाले टाउन के लिए सिरदर्द बन चुके हैं। जिनके कारण टाउन का गांधीनगर चौराहा, शास्त्रीनगर और अम्बेडकर नगर मोहल्ले जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने से नारकीय बन जाते हैं। गांधीनगर चौराहे के आसपास लगभग आधा दर्जन निजी अस्पताल संचालित होते हैं, फिर भी गोविंद नगर और मालवीय नगर सहित कई मोहल्लों के घरों और नालियों का पानी नाले से होते हुए चौराहे की सड़क पर बहकर कोरांव माइनर में गिरता है, जिससे यहां के लोंगों का जीवन नारकीय बन जाता है। यह नहर कोरांव के मांडा रोड चौराहे से लेते हुए कोसफरा तक के कूड़े कचरे को अपनी कोख में लेकर कोरांव-कोहड़ार घाट रोड के पास ब्लॉक के आगे बहते हुए सेमरिहा गांव के पास...