फतेहपुर, दिसम्बर 28 -- बहुआ। क्षतिग्रस्त तार फेसिंग के कारण कोण्डार गौशाला में गौवंशों पर हो रहे जंगली जानवरों से बचाने के लिए जिम्मेदारों की आंख खुल गई है। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान में जगंली जानवार के हमले से दो गौवंशों की मौत की खबर प्रकाशित होने पर बाड़ा सुरक्षित करने की कवायद शुरू हो गई है। रविवार को इसके लिए 27 बंडल तार वाली जाली गौशाला पहुंच गई। सचिव और डाक्टर भी गौशाला पहुंच कर जायजा लिया। बीमार मवेशियों के इलाज करने के उपरांत अन्य खामियों को जल्द व्यवस्थित किए जाने की बात कही। बता दें कि यमुना कटरी में करीब ढाई हेक्टयर में जंगल में बने कोण्डार गौशाला के बाडा बनाने में बड़ा खेल लिया। घटिया तार वाली जाली इस्तेमाल किए जाने और ऊंचाई कम होने के कारण जंगली जानवर गौशाला में दाखिल होकर हमला कर मवेशियों को मार डालते हैं। गौपालकों के मुत...