लखनऊ, दिसम्बर 24 -- लखनऊ, प्रमुख संवाददाता समाज कल्याण विभाग ने बचत की धनराशि में से वित्त विभाग को काफी कम रकम वापस लौटाई। बाकी रकम विभाग के पास ही पड़ी रही। सीएजी की रिपोर्ट में विभाग के इस रवैये पर आपत्ति जताई गई है। उसके पास मूल बजट में से 342 करोड़ रुपये बचे मगर वित्त विभाग को 40 करोड़ ही वापस किए। सीएजी की रिपोर्ट में बाकी करीब 302 करोड़ रुपये की धनराशि का ब्योरा न मिलने पर सवाल उठाए गए हैं। विभाग की ओर से अनुदान व्यय मूल बजट से कम होने की वजह से अनुपूरक अनुदान अनावश्यक साबित हुआ। अनुपूरक अनुदान के रुप में मिले 115 करोड़ रुपये अनावश्यक अनुदान साबित हुआ। कुछ योजनाओं में समय पर केंद्रांश न मिलने के कारण धनराशि को वापस लौटाना पड़ा। करीब 19 करोड़ रुपये की धनराशि को इस वजह से वापस किया गया। अनुसूचित जातियों के कल्याणार्थ शोध एवं प्रशिक्ष...