नई दिल्ली, सितम्बर 2 -- कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसका नाम ही लोगों को डरा देता है। आमतौर पर लोगों का मानना होता है कि एक बार कैंसर हो जाए तो ठीक होना लगभग नामुमकिन ही है। इसलिए लोग कैंसर को सीधा मौत से जोड़कर देखते हैं। आंकड़े भी यही बताते हैं कि कैंसर से हर साल कई लोगों की जान जाती है और ये आंकड़ा बढ़ने पर ही है। हालांकि आपने ये भी सुना होगा कि अगर कैंसर का पता शुरुआती स्टेज में चल जाए, तो ठीक होने के चांस ज्यादा बढ़ जाते हैं। लेकिन अमूमन कैंसर का पता एकदम लास्ट स्टेज के दौरान ही चलता है, जब चीजें काफी हद तक खराब हो चुकी होती हैं। आखिर इसके पीछे की वजह क्या है? कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ तरंग कृष्णा ने इसी बारे में दिलचस्प जानकारी साझा की है।लास्ट स्टेज में ही कैंसर का पता क्यों लगता है? डॉ तरंग कहते हैं कि ज्यादातर लोगों में कैंसर का पता एकदम ...
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