लखनऊ, जुलाई 11 -- केजीएमयू में सस्ती दवा के काउंटर में बदइंतजामी हावी है। किसी स्टोर पर दिन भर सन्नाटा पसरा रहता है तो कहीं मरीजों को भीड़ की वजह से एक से डेढ़ घंटे बाद दवा मिल पा रही है। नतीजतन दूर-दराज से आए मरीजों को दवा के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। केजीएमयू में 4000 बेड हैं। ज्यादातर बेड हमेशा भरे रहते हैं। प्रतिदिन ओपीडी में सात से आठ हजार मरीज आ रहे हैं। मरीजों को सस्ती दवा मुहैया कराने के लिए हॉस्पिटल रिवॉल्विंग फंड (एचआरएफ) के 17 काउंटर हैं। इनमें 2000 प्रकार की दवाएं व सर्जिकल सामान मिलते हैं। इनकी कीमत 60 से 70 फीसदी तक कम होती है। ओपीडी के पास एचआरएफ के काउंटर पर सुबह से कतार लग रहती है। मरीजों को एक से डेढ़ घंटे बाद नम्बर आता है। यहां काउंटर की संख्या बढ़ाने की दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। यही हाल लिम्ब सेंटर, लारी कॉर...