गया, दिसम्बर 25 -- बोधगया में गुरुवार को आयोजित एक निजी कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि दक्षिणी बिहार लंबे समय से सुखाड़ प्रभावित क्षेत्र रहा है। इसका प्रमुख कारण निरंजना नदियों में जलसंकट है। उन्होंने कहा कि यदि सोन नदी का पानी इस नदी में लाया जाए तो क्षेत्र में हरियाली लौटेगी और खेतिहर भूमि फिर से उपजाऊ बन सकेगी। अपने अल्प कार्यकाल में मुख्यमंत्री रहते हुए इस परियोजना के लिए 100 करोड़ रुपये स्वीकृत करने की बात याद दिलाते हुए कहा कि उस समय अधिकारियों और मंत्रियों ने स्थल निरीक्षण भी किया था। मांझी ने कहा कि बिथोशरीफ क्षेत्र में बांध बनाकर नहरों के जरिए बेलागंज, मखदुमपुर, जहानाबाद, अतरी, लखीसराय होते हुए मोकामा तक सिंचाई की अपार संभावनाएं है। लेकिन, यह योजना फिलहाल ठंडे बस्ते में है। इसके लिए जरूरत पड़ी तो हम प्रधानम...