सहारनपुर, जून 8 -- नगर के नकुलेश्वर महादेव मंदिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में आचार्य पंडित भगवती प्रसाद शुक्ल ने श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह व एकादशी व्रत कथा की महिमा का वर्णन किया। बताया कि निर्जला एकादशी पर उपवास सभी पापों का नाश करने वाला, अत्यंत पुण्यकारक व भगवान का स्मरण कराने वाला है। श्री राधे गोविंद सेवा समिति के सौजन्य से आयोजित श्रीमद्भागवत कथा सुनाते हुए आचार्य ने बताया कि भगवान ने अपने जीवन में मुख्य रूप से तीन लीलाएं की। जिसमें रासलीला, कर्मलीला, ज्ञान लीला के माध्यम से पापियों का नाश कर धर्म की स्थापना की। कथा में रादौर से पहुंचे रविंद्र शर्मा का समिति के मनोज गोयल ने अंगवस्त्र पहनाकार व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान किया। सात्विक पाठक, आचार्य विपिन कपिल, पंडित श्रेष्ठ शुक्ल, पंडित सक्षम कौशिक, समिति महामंत्री पंकज जैन, विजय त्य...