हल्द्वानी, दिसम्बर 21 -- हल्द्वानी, संवाददाता। कुमाउनी परम्परा के अनुसार पौष मास के पहले रविवार से शास्त्रीय होली गायन का दौर शुरू हो गया है। हिमालय संगीत शोध समिति की ओर से जेके पुरम मुखानी स्थित संगीत प्रशिक्षण संस्थान में पारंपरिक होली गायन और होली संगीत कार्यशाला विधिवत शुरू हुई। इसमें शास्त्रीय और निर्वाण की होलियों की मधुर स्वरलहरियां गूंजी, जिसने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। वरिष्ठ संगीतज्ञ डॉ. पंकज उप्रेती और वरिष्ठ रंगकर्मी मनोज पांडे ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। आचार्य धीरज उप्रेती के कुशल निर्देशन में बाल, युवा और किशोर वर्ग के कलाकारों ने मंचीय प्रस्तुतियां देकर समां बांध दिया। डॉ. पंकज ने धमार गायन में 'नाहीं परत मैंका चैन कन्हैया दैखो वंशी बजावत' और राग काफी में 'गणपति को भज ले' प्रस्तुत कर श्रोताओं को...