औरंगाबाद, दिसम्बर 25 -- कुटुंबा प्रखंड परिसर स्थित ई-किसान भवन में गुरुवार को बीएओ दीपक कुमार की अध्यक्षता में किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें प्राकृतिक खेती, जैविक खेती, औषधीय खेती और वैकल्पिक खेती को अपनाकर किसानों की आय बढ़ाने पर चर्चा हुई। कृषि विशेषज्ञों ने रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग से होने वाले नुकसान की जानकारी दी और प्राकृतिक खेती को भविष्य के लिए लाभकारी बताया। वक्ताओं ने कहा कि जीवामृत, घनजीवामृत, वर्मी कंपोस्ट, नीम आधारित जैव कीटनाशक और हरी खाद के प्रयोग से उत्पादन लागत घटती है और मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है। संगोष्ठी में फसल विविधीकरण, दलहन, तिलहन, मोटे अनाज और औषधीय फसलों की खेती से अतिरिक्त आमदनी के उपाय बताए गए। बीज उपचार, मिश्रित खेती और जल संरक्षण की तकनीकों पर भी जानकारी दी गई। साथ ही किसा...