नई दिल्ली, अक्टूबर 30 -- प्रज्ञा श्रीवास्तव अक्सर सितंबर से अक्टूबर तक आम लोगों की आंख से आंसू निकालने वाला प्याज इस बार किसानों को रुला रहा है। लागत के मुकाबले प्याज की मिल रही कम कीमत से देश भर के किसान परेशान हैं। कई किसान संगठनों ने इसके लिए राज्य और केंद्र सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है। कई राज्यों के किसान फसल को सड़क पर फेंक कर विरोध दर्ज करा रहे हैं। राजस्थान और महाराष्ट्र के कई शहरों में पिछले दिनों किसानों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। स्थानीय मंडियों में प्याज का भाव चार से छह रुपये प्रति किलो तक गिर चुका है, जबकि इसे उगाने में किसानों को औसतन नौ से 11 रुपये प्रति किलो तक की लागत आती है। इस समय नासिक की मंडी में लगभग 1000 प्रति क्विंटल के हिसाब से थोक प्याज का भाव है। किसान संगठनों का कहना है कि इसी समय प...