मेरठ, जून 7 -- कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उठ रहे सवालों के बीच बेसिक शिक्षा विभाग ने एक अहम निर्णय लिया है। अब विद्यालय परिसर में इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर, कारपेंटर, राजगीर या किसी भी अन्य श्रमिक को बिना बायोडाटा के प्रवेश नहीं मिलेगा। इसके अलावा खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा नामित को ही प्रवेश दिया जाएगा और बायोडाटा बनाकर संरक्षित विद्यालय में रखा जाएगा। इस निर्णय का उद्देश्य छात्राओं की सुरक्षा से जुड़ा है। मेरठ में कुछ माह पहले सरूरपुर में कस्तूरबा बांधी आवासीय बालिका विद्यालय में तीन छात्राओं के लापता होने के बाद सख्ती से कदम उठाया जा रहा है। मेरठ जनपद में पांच विद्यायल हैं, जिसमें एक पूर्वा अहिरान, परीक्षितगढ़, मवाना, खरखौदा और सरूरपुर है। डीसी बालिका नेमपाल सिंह ने बताया कि बाउंड्री वाल ऊंची करने का...