मेरठ, जून 19 -- जिला अस्पताल में पिछले पांच वर्षों से एमआरआई मशीन का इंतजार हो रहा है। अस्पताल इस संबंध में कई बार शासन स्तर पर पत्राचार कर चुका है लेकिन अभी तक मशीन कब मिलेगी इसका पता नहीं। अस्पताल प्रशासन ने मशीन स्थापित करने के लिए कमरा, एसी समेत अन्य संसाधन उपलब्ध करा लिए हैं। जिला अस्पताल में रोजाना डेढ़ से दो हजार मरीज ओपीडी में इलाज कराने पहुंचते हैं। इनमें 15 से 20 फीसदी मरीज ऐसे भी होते हैं जिन्हें एमआरआई जांच की आवश्यकता होती है। इन मरीजों को निजी रेडियोलॉजी सेंटर या फिर मेडिकल अस्पताल में एमआरआई कराने जाना पड़ता है, जिसके लिए सरकारी यूजर चार्ज और निजी सेंटर पर पांच से छह हजार रुपये देने पड़ते हैं। यदि यह सुविधा जिला अस्पताल में शुरू हो जाती तो यह जांच निशुल्क होती। ----------------------- एमआरआई की मशीन स्थापित करने के लिए पांच...