नई दिल्ली, दिसम्बर 19 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। बिहार के चुनाव नतीजों के बाद सत्तापक्ष के उत्साह और विपक्ष को लगे झटकों के माहौल में शुरू हुआ संसद का शीतकालीन सत्र, आखिरकार दोनों पक्षों के एक साथ हल्के-फुल्के माहौल में कड़वाहट के बजाय मीठी चाय की चुस्कियों के साथ समाप्त हुआ। पूरे सत्र के दौरान सरकार और विपक्ष ने एक-दूसरे पर जमकर प्रहार किए और सहयोग के साथ विरोध में भी कोई कमी नहीं छोड़ी। विपक्ष के मुद्दों पर चर्चा हुई तो सरकार का अहम विधायी और अन्य कामकाज भी आगे बढ़ा। राज्यसभा के सभापति सीपी राधाकृष्णन का यह पहला सत्र था और उन्होंने सदन का सफल संचालन किया। सत्र की शुरुआत सरकार की ओर से 'वंदे मातरम्' के 150 वर्ष पूरे होने पर विशेष चर्चा और एसआईआर पर विपक्ष की चर्चा की मांग को लेकर टकराव से हुई। बिहार के चुनाव नतीजों और पश्चिम बंगाल मे...