मैनपुरी, दिसम्बर 27 -- मैनपुरी। श्रुतसागर मुनि अमित सागर के परम शिष्य पाठशाला प्रणेता मुनि अनुमान सागर कुरावली में पद विहार करते हुए सुबह 8 बजे देवी रोड स्थित शीतला मंदिर पहुंचे। जहां डा. सौरभ जैन, पंडित कमल जैन, अक्षय व शुभम जैन ने उनकी अगवानी की। जिसके बाद वह कटरा स्थित अजितनाथ जिनालय पहुंचे। जहां जैन परिवारों द्वारा रंगोली बनाकर व पुष्प वर्षा कर उनका भव्य स्वागत किया गया। पाठशाला प्रणेता ने भगवान अजीतनाथ दर्शन के बाद प्रवचन देते हुए कहा कि कंबल वही ओढ़ते हैं, जिनमें बल कम होता है। जो भगवान की भक्ति करता है, उसमें बल स्वत: ही आ जाता है। वर्तमान में बच्चों के अंदर धर्म संस्कार बहुत आवश्यक हो गए हैं। धर्म बच्चों से ही चलता है। अगर आपने बच्चों को धर्म संस्कार दिए तो धर्म अधिक समय तक चलेगा। धार्मिक संस्कार देने के लिए देश में 750 पाठशाला है...