अल्मोड़ा, मई 28 -- खूंट गांव में 'औषधीय पौधों की खेती और संरक्षण से ग्रामीणों की आजीविका वृद्धि परियोजना के तहत कार्यक्रम हुआ। वैज्ञानिकों ने ग्रामीणों को औषधीय पौधों के उपयोग व आर्थिक महत्व बताए। जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान के निदेशक प्रो. सुनील नोटियाल व जैव विविवधता संरक्षण व प्रबंधन केंद्र डॉ. आईडी भट्ट के निर्देशों पर परियोजना के तहत प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण व पौधारोपण वितरण कार्यक्रम खूंट गांव स्थित जीबी पंत संग्रहालय में हुआ। मुख्य परियोजना अन्वेषक डॉ. सतीश चंद्र आर्य ने परियोजना की गतिविधियों की जानकारी दी। वैज्ञानिक डॉ. आशीष पांडेय ने परियोजना में चयनित औषधीय प्रजातियों, उनके औषधीय उपयोग व आर्थिक महत्व के बारे में बताया। मनरेगा के डीपीओ पंकज मेहरा ने ग्रामीणों को तकनीक, तरीका, सामूहिक प्रयास व बाजारीकरण की जानकार...
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