कोलकाता, दिसम्बर 23 -- केंद्रीय राज्य मंत्री और मतुआ समुदाय के प्रमुख चेहरे शांतनु ठाकुर के एसआईआर पर बयान के बाद उनके अपने ही समुदाय में आक्रोश एवं गहरी बेचैनी का माहौल है। मंत्री ने मतदाता सूचियों के एसआईआर के दौरान नामों को हटाने को सही करार दिया था। उत्तर 24 परगना के बगदाह में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ठाकुर ने यहां तक कहा कि केंद्र के साथ सहयोग के नाम पर इस तरह का बलिदान उचित है । उन्होंने यह भी दावा किया कि मतदाता कार्ड या राशन कार्ड नागरिकता स्थापित नहीं करते हैं। उन्होंने बंगलादेश से आए प्रवासियों के लिए नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को एकमात्र समाधान कहा। क्या कहा था शांतनु ठाकुर नेशांतनु ठाकुर ने कहा कि हमारे लिए एसआईआर कोई समस्या नहीं है। अगर केंद्र सरकार के साथ सहयोग करने के लिए हमें एसआईआर में कठिनाइयों का सामना करना पड़त...