दिल्ली, जून 4 -- एयरलाइंस अधिकारियों का कहना है कि बढ़ते संघर्ष क्षेत्र एयरलाइन ऑपरेशन और मुनाफे पर बोझ बढ़ा रहे हैं, क्योंकि कंपनियां मिसाइल, ड्रोन और एयर स्पेस के बंद होने जैसे खतरे से जूझ रही हैं.विमान कंपनियों की लागत में वृद्धि हो रही है और वे अकसर कम समय में रद्द की गई उड़ानों और महंगे री-रूटिंग के कारण बाजार में हिस्सेदारी खो रहे हैं.विमानन उद्योग, जो अपने सुरक्षा प्रदर्शन पर गर्व करता है अब डेटा और सिक्युरिटी प्लानिंग में अधिक निवेश कर रहा है.यूरोपीय एयरलाइन टीयूआई एयरलाइन में विमानन सुरक्षा का नेतृत्व करने वाले गाई मर्रे ने कहा, "इस तरह के माहौल में उड़ान की योजना बनाना बेहद मुश्किल है, एयरलाइन उद्योग पूर्वानुमान पर निर्भर करता है और इसकी गैरमौजूदगी हमेशा अधिक लागत को बढ़ावा देगी"रूसी सैनिक अड्डे पर यूक्रेन का ड्रोन से बड़ा हमलाद...