जमशेदपुर, सितम्बर 5 -- हिंदी सप्ताह समारोह पर सीएसआईआर-राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला (एनएमएल) में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रयोगशाला के निदेशक डॉ. संदीप घोष चौधुरी ने अपने संबोधन में कहा कि यह अवसर केवल कवियों और श्रोताओं का संवाद नहीं है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव है। प्रयोगशाला के प्रशासन नियंत्रक जयशंकर शरण ने कहा कि ओजस्वी कविताएं समाज को जागृत करती हैं। अन्याय के विरुद्ध खड़े होने की ऊर्जा देती हैं। शृंगार और गीत जीवन की मधुरता को व्यक्त कर मनुष्य को सौंदर्य और प्रेम का रस प्रदान करते हैं। व्यंग्य हमें समाज की विसंगतियों से रूबरू कराता है और हंसी के माध्यम से गंभीर सच्चाइयों को समझने की दृष्टि देता है। इस मंच पर जो कवि उपस्थित थे, उनमें कवि अनंत महेंद्र, डॉ. संगीता नाथ, वसंत जोशी, मंजू शरण मंजुल और री...
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