आगरा, अगस्त 26 -- एक तरफ दवा माफिया था, दूसरी तरफ नोटों से भरा बैग। बैंग में रकम मामूली नहीं थी। 500-500 की गड्डियों से ठसाठस भरा था। लेकिन एक करोड़ की रकम भी एसटीएफ इंस्पेक्टर यतेंद्र शर्मा का ईमान नहीं डिगा सकी। इंस्पेक्टर ने दवा माफिया को पकड़कर लोक सेवक को घूस देने का मुकदमा दर्ज कराया। रकम सीज कर दी। यतेंद्र शर्मा पहले भी बहादुरी और ईमानदारी की कई मिसाल पेश कर चुके हैं। दरअसल दो दिन पहले आगरा में नकली दवाओं के कारोबार का भंडाफोड़ हुआ। दो दिन चल रही छापेमारी में 3 करोड़ से अधिक की नकली दवाओं को बरामद किया गया। इस पर दवा कारोबारी ने एक करोड़ नकद रिश्वत देने की कोशिश भी की।लेकिन एसटीएफ और औषधि विभाग ने संयुक्त कार्रवाई के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। एसटीएफ के इंस्पेक्टर यतेंद्र शर्मा के मुताबिक छापेमारी से पहले हे मां मेडिको पर जीएसटी...