सुपौल, जून 6 -- एक संवाददाता, छातापुर बकरीद को लेकर बाजार सज गया है। इधर, त्योहार को लेकर मुफ्ती मोहम्मद अंसार कासमी ने बताया कि सात जून को बकरीद की नमाज अदा की जाएगी। इस्लामिक कैलेंडर के 12वें महीने जिलहज्जिा की दसवीं तारिख को मनाया जानेवाला यह पर्व तीन दिनों का होता है। ईद की ही भांति इस पर्व में ईदगाह समेत मस्जिदों में नमाज अदा की जाती है और लोग एक दूसरे से गले मिलते हैं। बकरीद में नमाज के बाद तंदुरुस्त जानवर की कुर्बानी दी जाती है। बकरीद एकता व भाईचारा को मजबूत करता है। उन्होंने कहा कि कुर्बानी का बड़ा मकसद ये भी है कि हम खुशी के दिन अपने साथ गरीबों, रश्तिेदारों और आस-पड़ोस के लोगों को भी खुशी में शामिल करें। यही वजह है कि इस्लाम ने हुक्म दिया है कि कुर्बानी के मांस का एक हस्सिा खुद रखा जाता है, जबकि दो हस्सिे आसपड़ोस और गरीबों में बांट ...