वाराणसी, सितम्बर 21 -- वाराणसी, कार्यालय संवाददाता। हृदयरोग विशेषज्ञों के 32वें तीन दिवसीय वार्षिक सम्मेलन आईसीसीकॉन-2025 का रविवार को समापन हो गया। नदेसर स्थित एक होटल में चल रहे सम्मेलन के अंतिम दिन चिकित्सकों के बीच दो दिनों में हुई चर्चा पर विमर्श पर हुआ। आयोजन सचिव और आईसीसी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. एनएन खन्ना ने कहा कि यह निष्कर्ष सामने आया कि एआई से मरीजों की प्रारंभिक पहचान आसान हुई है। विभिन्न परीक्षणों में एआई की ओर से लगाए गए पूर्वानुमान सही साबित हुए। इस तकनीक ने मरीजों को हार्ट अटैक जैसी गंभीर स्थितियों से बचाने में मदद दी। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में जेनेटिक थेरेपी का सहारा लेकर जीन में बदलाव कर हृदय रोग की गंभीरता को नियंत्रित करने की दिशा में भी काम होगा। जीबी पंत अस्पताल के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. विमल मेहता ने हा...