नई दिल्ली, सितम्बर 10 -- नीरजा चौधरी, वरिष्ठ पत्रकार उप-राष्ट्रपति चुनाव में सत्ता पक्ष की सफलता विपक्ष के लिए सबक हो सकती है। 'इंडिया' प्रत्याशी बी सुदर्शन रेड्डी के 300 मतों के मुकाबले एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को उम्मीद से कहीं अधिक 452 वोट मिले हैं। इसका मतलब है कि विपक्षी कुनबे में सेंध लगी है, जबकि आशंका सत्ता पक्ष की तरफ से क्रॉस वोटिंग की थी। हालांकि, पहले के मुकाबले इस बार विरोधी दलों में एकजुटता अधिक दिखी है और उसमें टूट भी कम हुई है। मुझे 1997 का उप-राष्ट्रपति चुनाव याद आ रहा है, जिसमें कृष्णकांत (441 मत) ने सुरजीत सिंह बरनाला (273 वोट) के खिलाफ जीत हासिल की थी। उसमें भी यह तय था कि कृष्णकांत के सिर जीत का ताज सजेगा, फिर भी सियासी फिजां में यह चर्चा तेजी थी कि 25-26 सांसदों ने क्रॉस वोटिंग की है। इस बार यह बहस कहीं अधिक म...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.