नई दिल्ली, अगस्त 26 -- अमेरिका द्वारा भारत से आने वाले सामान पर 25 फीसदी अतिरिक्त शुल्क लगाने का ऐलान कई उद्योगों के लिए बड़ा संकट खड़ा करने वाला है। खासकर यह आयात शुल्क छोटे और मझोले उद्योगों का कारोबार प्रभावित करेगा, उनमें काम करने वाले लाखों लोगों के रोजगार पर भी संकट खड़ा कर सकता है। इसमें सबसे ज्यादा दिक्कतें वस्त्र, ज्वेलरी, कालीन, फॉर्मा और इंजीनियरिंग गुड्स जैसे उत्पाद तैयार करने वाले उद्यमों को होगा। भारत के कई विनिर्माण क्षेत्र अमेरिकी बाजार से मिलने ऑर्डर पर निर्भर हैं। इन क्षेत्रों से जुड़े सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (एमएसएमई) बड़े सप्लायर के लिए उत्पाद तैयार करते हैं, जो अमेरिका बाजार में उनके उत्पादों को ले जाकर बेचते है। अब सप्लायर (आपूर्तिकर्ताओं) ने काफी समय से नए ऑर्डर देने बंद कर दिए या उनमें बड़ी कम कर दी थी लेकिन अ...