भभुआ, सितम्बर 23 -- भगवानपुर की पंवरा पहाड़ी पर मां मुंडेश्वरी के वाराही रूप की होती है पूजा 389 ई. के आसपास प्राप्त शिलालेख दर्शाता है मुंडेश्वरी मंदिर की पुरानता 06 सौ आठ फुट पहाड़ी पर स्थित है मां का मंदिर 03 ब्रिटिश यात्रियों ने भ्रमण कर जाना था इतिहास (पेज चार) भभुआ, कार्यालय संवाददाता। देश के प्राचीनतम मंदिरों में मां मुंडेश्वरी का मंदिर भी शामिल है। इस मंदिर की नक्काशी और मूर्तियां उत्तरगुप्तकालीन की है। इसके गर्भगृह में विराजमान माता रानी के वाराही रूप की पूजा होती है। यह मंदिर भगवानपुर की 608 फुट उंची पंवरा पहाड़ी पर अवस्थित है। यहां शारदीय नवरात्र, चैत नवरात्र, श्रावण मास, वसंत पंचमी, महाशिवरात्रि पर भव्य मेला लगता है, जहां पूजा-अर्चना करने के लिए बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के श्रद्धालु दर्शन-पूजन करने आ...