मुजफ्फर नगर, सितम्बर 1 -- श्री 1008 पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर अटाली में दशलक्षण महापर्व के चौथे दिन भक्तों ने भगवान का अभिषेक किया। शांति धारा का श्रेय राकेश जैन परिवार को प्राप्त हुआ। विधानाचार्य पंडित मनोज जैन ने उत्तम सोच धर्म के बारे में बताया आचरण में नमृता विचारों में निर्मलता लाना ही सोच धर्म है। बाहर की पवित्रता का ध्यान तो हर कोई रखता है, लेकिन यहां आंतरिक पवित्रता की बात है। आंतरिक पवित्रता तभी घटित होती है, जब मनुष्य लोभ से मुक्त होता है। मंदिर प्रांगण में संजय जैन, प्रमोद जैन, राजेंद्र जैन, राजीव जैन, शिवानी जैन, शुभम जैन, शौर्य जैन, सुधीर जैन, अविका जैन, काव्या जैन आदि भक्तों ने भाग लिया।

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