संभल, सितम्बर 2 -- बहजोई। श्रीदिगंबर जैन मंदिर में चल रहे दसलक्षण पर्युषण महापर्व के तहत सोमवार को उत्तम सत्य धर्म की आराधना श्रद्धा और भक्ति के साथ की गई। सोमवार को सुबह प्रथम अभिषेक व शांतिधारा हुआ। शाम को सामूहिक आरती तथा बच्चों के बीच आध्यात्मिक अंताक्षरी प्रतियोगिता हुई। मध्य प्रदेश के मंडावरा से आए आचार्य चंद्रकुमार जैन शास्त्री ने प्रवचन देते हुए कहा कि सत्य ही धर्म का मूल है। सत्य की साधना जीवन को सार्थक बनाती है, जो व्यक्ति मन, वचन और कर्म से सत्य का पालन करता है। वह आत्मकल्याण के साथ-साथ समाज में विश्वास, सद्भाव और शांति का वातावरण निर्मित करता है। सत्य केवल निजी सद्गुण नहीं, बल्कि सामाजिक कल्याण का मार्ग है। शाम को अंताक्षरी प्रतियोगिता में अग्रिम जैन, प्राची जैन, शैली जैन, सजल जैन, शुभम जैन, कविशा जैन व अभिलाषा जैन की टीम ने प...