जमशेदपुर, दिसम्बर 21 -- कभी एशिया की अग्रणी केबुल निर्माता कंपनी रही इन्कैब इंडस्ट्री पिछले 25 वर्षों से बंद पड़ी है। एनसीएलटी कोलकाता के आदेश के बाद वेदांता लिमिटेड ने कंपनी के पुनरुद्धार की प्रक्रिया शुरू की है। इसी के विरोध में शनिवार को केबुल बचाओ संघर्ष समिति की ओर से संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया गया। इसमें समिति के नेता यूके शर्मा, डॉ बीबी महतो और कल्याण शाही के साथ वरिष्ठ अधिवक्ता अखिलेश श्रीवास्तव मौजूद थे। वक्ताओं ने दोहराया कि एनसीएलटी के फैसले को एनसीएलएटी में चुनौती दी जाएगी। उनका कहना था कि एनसीएलटी का आदेश मजदूरों के हितों के खिलाफ है। समिति के अनुसार, एनसीएलटी के फैसले में कर्मचारियों का दावा 239 करोड़ रुपये का बनता है, जबकि इसके मुकाबले सिर्फ 16 करोड़ 24 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है। कंपनी में कुल 1616 कर्मचारी हैं, ...