जमशेदपुर, सितम्बर 19 -- कल्याण कुमार गोराई पूर्वी सिंहभूम जिले के बोड़ाम प्रखंड की बेलडीह पंचायत के जारकी-गोबरलाद ने ऑर्गेनिक खेती का अनोखा उदाहरण पेश किया है। यहां के 65 आदिवासी परिवारों द्वारा अपनी परंपरागत कृषि को बरकरार रखते हुए आज भी बिना रासायनिक खाद एवं कीटनाशकों के प्रयोग के ही फसलों का उत्पादन किया जा रहा है जो दूसरों के लिए प्रेरणादायक है। बताते हैं कि यह कृषि उत्पाद स्वास्थ्यवर्धक होता है। सदियों से यहां के किसान धान के अलावा विभिन्न सब्जियों की खेती करीब 50 एकड़ जमीन में करते हैं और उसमें सिर्फ गोबर खाद का ही प्रयोग किया जाता है। जबकि कीटनाशक के रूप में नीम के पत्ते एवं पड़ासी (जंगल में मिलने वाले पौधे) के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है। किसान भरत टुडू, बंगाली मांडी, मकर सोरेन व कैलाशपति मुर्मू बताते हैं कि धान की खेती में खा...