इटावा औरैया, जून 8 -- बारह भावना नृत्य नाटिका के माध्यम से संसार के स्वरूप को समझने की प्रेरणा दी गई। नाटिका ने सभी को भाव विभोर कर दिया। नगर के पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में जैन शिक्षण शिविर में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। रात में मंगलाचरण के बाद जैन बारह भावनाओं की नृत्य नाटिका को मंच पर प्रस्तुत किया गया। इसकी संयोजिका सारिका जैन ने बताया जैन बारह भावनाएं जैन धर्म में ध्यान और चिंतन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह बारह भावनाएं व्यक्ति को संसार, कर्म और आत्मा के बारे में सोचने और उसके अनुसार जीने के लिए सदैव ही प्रेरित करती रहती हैं। सुबह योग कक्षा के बाद श्री जिनेंद्र भगवान का अभिषेक, पूजन आदि कार्यक्रम आयोजित हुए। शाश्वत धाम उदयपुर से पधारी हुई विदुषी बहनों प्रज्ञा जैन, समृद्धि जैन एवं छवि जैन द्वारा बच्चों को पूजन से संबंधित क...